वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्पन्न हुई। 21 परियोजनाओं को मिला अनुमोदन
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्पन्न हुई। 21 परियोजनाओं को मिला अनुमोदन
महाकुम्भ 2025 को दिव्य एवं भव्य बनाने के दृष्टिगत मा. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनी शीर्ष समिति की सप्तम बैठक वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्पन्न हुई जिसमें लगभग 395 करोड़ की 21 परियोजनाओं को अनुमोदन मिला। इसमें प्रयागराज विकास प्राधिकरण की 05, नगर निगम की 02, उ0प्र0 राज्य सेतु निगम की 01, उ०प्र० पावर का० लि० की 02, लो०नि०वि० की 04 तथा प्रयागराज मेला प्राधिकरण की 02 परियोजनायें रही सम्मिलित हैं।
नगर निगम द्वारा कराये जा रहे कार्यों के अन्तर्गत शहर के स्टेक होल्डर्स से की गयी मीटिंग के पश्चात 91 वार्डों की 199 परियोजनायें प्रस्तुत की गयी थीं, जिनमें से सभी को अनुमोदन मिल गया। सभी 91 वार्डों की चिन्हित कच्ची सड़कों के अपग्रेडेशन (इण्टरलाकिंग / सी०सी० द्वारा सड़क का सुधार कार्य) तथा पक्की नालियों एवं ब्रिक नालियों का निर्माण कराया जाएगा।
जनपद के 07 घाटों के उच्चीकरण एवं सौन्दर्यीकरण के कार्यों को भी अनुमोदन मिला। इसमें बलुआघाट, अरैल घाट, मौज गिरि घाट, काली घाट, रसूलाबाद घाट, छतनाग घाट तथा नागेश्वर घाट सम्मिलित हैं। सौन्दर्यीकरण के अन्तर्गत घाटों पर चेन्जिंग रूम की व्यवस्था, फसाड एवं पेंटिंग, डिज़ाइनर पोलों द्वारा प्रकाश व्यवस्था, वृक्षारोपण, स्टोन रूलिंग तथा पूर्व निर्मित छतरी के सौन्दर्यीकरण का कार्य भी कराया जाएगा।
प्रयागराज मेला प्राधिकरण एक 12 महीने का फैलोशिप प्रोग्राम भी करवाएगा जिसके अंतर्गत देश के प्रमुख संस्थानों से सैनिटेशन, मोबिलिटी, क्राउड मैनेजमेंट, सिक्योरिटी एंड सर्विलेंस, कम्युनिकेशन सर्विसेज, टेंपरेरी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, लेआउट प्लानिंग जैसे अन्य कार्यों हेतु क्वालिटी इनपुट्स एवं इंप्लीमेंटेशन सपोर्ट के दृष्टिगत 55 लोगों को आबद्ध किया जाएगा।
