दहलाने की साजिश नाकाम, जमुई में रेलवे ट्रैक के पास मिला 45 किलो बारूद
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बिहार
दहलाने की साजिश नाकाम, जमुई में रेलवे ट्रैक के पास मिला 45 किलो बारूद
जमुई: बिहार के जमुई में रेलवे ट्रैक के पास 45 किलो बारूद मिला है. मामला सिमुलतला थाना क्षेत्र अंतर्गत धोडपारन का है. जहां सुरक्षाबलों को ये बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. जंगल से बरामद किये गए 45 किलो सफेद बारूद को सुरक्षित तरीके से डिफ्यूज कर दिया गया है.
स्वान दस्ता की टीम ने खोज निकाला बारूद: सशस्त्र सुरक्षा बल के स्वान दस्ता की टीम ने सिमुलतला थानाक्षेत्र के घोरपारन जंगल से 45 किलोग्राम सफेद रंग का बारूद बरामद किया है. घटना के बाद बम निरोधक दस्ता की टीम ने जंगल में ही बारूद को नष्ट कर दिया. जानकारी के अनुसार बीते दो दिन पहले एसएसबी को गुप्त सूचना मिली थी कि जंगल में कहीं बारूद छुपाया गया है.
रेलवे ट्रैक से 500 मीटर की दूरी पर मिला बारूद: कंपनी कमांडर जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम बीते दो दिनों से लगातार बारूद बरामदगी के लिए खाक छान रही थी. जंगल में रेलवे ट्रैक से 500 मीटर की दूरी पर एक बोरे में बारूद बरामद हुआ है. बारूद पर पहली नजर स्वान की उसके गंध के कारण गई. जिसके बाद घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी गई.
बम निरोधक दल बारूद को जलाया: सर्किल निरीक्षक संतोष कुमार सिंह के नेतृत्व में सिमुलतला थानाध्यक्ष धनंजय कुमार घटना स्थल पर पहुंच गए. बाद में बम निरोधक दल और एसटीएफ की टीम भी घटना स्थल पर पहुंच गई. बम निरोधक दल ने एसएसबी और स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में बारूद को जला दिया. बारूद जब तक जलकर नष्ट नहीं हो गया तबतक मीडिया कर्मियों को पूरी घटना क्रम से दूर रखा गया. वहीं थानाध्यक्ष ने बताया कि बारूद का सैंपल रखा गया है. ये सफेद रंग का है अमोनियम नाइट्रेट लग रहा है.
“कौन सा बारूद है इसकी सही जानकारी जांच के बाद ही स्पष्ट होगी. जितनी मात्रा में बारूद बरामद हुआ है, अगर विस्फोट के लिए उपयोग होता तो बड़ी घटना का शक्ल अख्तियार कर सकता था.”- धनंजय कुमार, थानाध्यक्ष, सिमुलतला।
✓ *_नीतीश के MLC के बेटे ने किया PMLA कोर्ट में सरेंडर, अवैध बालू उत्खनन मामले में हैं आरोपी_*
पटना: सुप्रीम कोर्ट से जमानत याचिका खारिज होने के बाद जेडीयू के विधान पार्षद राधाचरण साह के बेटे कन्हैया कुमार ने पीएमएलए कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है. सरेंडर करने के बाद उन्हें बेऊर जेल भेज दिया गया है. वह अवैध बालू उत्खनन मामले में आरोपी हैं और उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई चल रही है.
बेल खारिज होने के बाद करना पड़ा सरेंडर: कन्हैया कुमार को पटना उच्च न्यायालय से जमानत मिली थी लेकिन जमानत के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. सर्वोच्च अदालत ने उच्च न्यायालय के फैसले को पलटते हुए कन्हैया कुमार की जमानत को रद्द कर दिया. उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद कन्हैया ने सरेंडर कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने पीएमएलए की धारा 45 का हवाला देते हुए कन्हैया को 7 दिनों के अंदर सरेंडर करने को कहा था.
पहले भी हुई थी गिरफ्तारी: प्रवर्तन निदेशालय ने 18 सितंबर 2024 को अवैध बालू उत्खनन और मनी लांड्रिंग के मामले में कन्हैया कुमार को गिरफ्तार किया था. कन्हैया कुमार ने मनाली में स्कूल और रिसॉर्ट में पैसे इन्वेस्ट किए थे. आरोप है कि हवाला के जरिए 17 करोड़ 26 लाख से अधिक कार्यक्रम भेजा गया था. छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय को कई तरह के कागजात मिले थे.
जमानत पर हैं राधाचरण साह: मनी लांड्रिंग मामले में ईडी ने जनता दल यूनाइटेड के विधान पार्षद राधाचरण साह उर्फ राधाचरण सेठ को भी सितंबर 2023 में गिरफ्तार किया था लेकिन जुलाई 2024 में उनको पटना हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी. फिलहाल वह जेल से बाहर हैं।
✓ *_जमुई में राजस्व कर्मचारी गिरफ्तार, निगरानी ने 60 हजार का नजराना लेते रंगे हाथ दबोचा_*
जमुई: बिहार के जमुई से सरकारी बाबू को घूस लेते निगरानी विभाग की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल निगरानी विभाग की टीम ने जमुई के खैरा में छापेमारी कर घूसखोर राजस्व कर्मचारी आशीष कुमार को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है. राजस्व कर्मचारी आशीष कुमार जमीन के परिमार्जन करने के लिए 60 हजार रुपया रिश्वत ले रहा था. निगरानी विभाग की टीम ने राजस्व कर्मचारी को खैरा के पंचायत भवन के राजस्व कचहरी कार्यालय से गिरफ्तार किया है.
घूस लेते राजस्वकर्मी गिरफ्तार: दरअसल, खैरा प्रखंड क्षेत्र के केंडीह गांव निवासी मिथिलेश कुमार सिंह ने विजलेंस के पास रिश्वतखोरी से जुड़ी शिकायत की थी. जिसे गंभीरता से लेते हुए विजिलेंस की टीम गुरुवार को जमुई पहुंची और खैरा प्रखंड मुख्यालय स्थित पंचायत सरकार भवन में पैसा लेते राजस्व कर्मचारी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. आशीष कुमार यह रिश्वत जमीन के परिमार्जन के लिए मांग रहे थे.
“विजलेंस के पास रिश्वतखोरी से जुड़ी शिकायत की थी. विजिलेंस की टीम गुरुवार को जमुई पहुंची और खैरा प्रखंड मुख्यालय स्थित पंचायत सरकार भवन में पैसा लेते राजस्व कर्मचारी को 60 हजार घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.”- मिथिलेश कुमार सिंह, शिकायतकर्ता
70 हजार रुपए की डिमांड: मिथिलेश कुमार सिंह ने बताया कि उन्होंने अपनी जमीन के परिमार्जन के लिए आवेदन किया था. इसके बदले राजस्व कर्मचारी आशीष कुमार ने उनसे 70 हजार रुपए की मांग की थी. इसकी सूचना उन्होंने विजिलेंस को दी और गुरुवार को 60 हजार रुपए लेते हुए आशीष को गिरफ्तार कर लिया गया. मामले में अब विजिलेंस के द्वारा आगे की कार्रवाई की जा रही है.
मुजफ्फरपुर में दारोगा पकड़ाया था: बता दें कि लगातार भ्रष्टाचार पर नकली कसने के लिए निगरानी विभाग की टीम कार्रवाई कर रही है. पिछले दिनों मुजफ्फरपुर जिला के सरैया थाना के सब इंस्पेक्टर रोशन कुमार सिंह को गलत जमीन रजिस्ट्री के सत्यापन के मामले में 75000 रिश्वत लेते रंगे हाथ निगरानी विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया था।
