प्रसव के बाद नवजात को जिंदा सड़क पर फेंकने वाली नाबालिग की मां गिरफ्तार।
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प्रसव के बाद नवजात को जिंदा सड़क पर फेंकने वाली नाबालिग की मां गिरफ्तार।
राजस्थान से ANIभारतNEWS से अशरफ मारोठी की खास रिपोर्ट
इस तरह के मामले का पुलिस ने पहली बार किया खुलासा, नवजात की नाबालिग मां को भी लिया संरक्षण में
धोरीमन्ना (बाड़मेर)
बाड़मेर जिले में एक बार फिर मानवता हुईं शर्मसार 9 माह गर्भ रखने के बाद नाबालिग मां (साढ़े सत्रह साल) और उसकी मां ने नवजात को मरने के लिए फैंक दिया सड़क पर फेंक दिया,पुलिस ने मानवता को शर्मसार करने वाले इस मामले का 10 दिन में किया खुलासा, नवजात की नाबालिग मां को संरक्षण में लेकर नाबालिग की मां को किया गिरफ्तार, घटना बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना क्षेत्र में मेघवालों की बस्ती स्कूल की है। बाड़मेर जिले में पहली बार पुलिस ने नवजात को फैंकने के मामले में खुलासा किया, नवजात बच्ची का डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। इस मामले में एक एएनएम की भूमिका को संदिग्ध बताया जा रहा है। पुलिस पुछताछ में ड्राइवर से पूरे मामले का हुआ खुलासा, धोरीमन्ना क्षेत्र के अरणियाली गांव से आगे मेगवालों की बस्ती स्कूल के पास 20 अक्टूबर को सड़क किनारे एक नवजात बच्ची को फेंकने का मामला सामने आया था, बच्ची का जन्म भी घटना की जानकारी के 5 घंटे पहले ही हुआ था। नवजात को जहां फेंका गया वहां आस-पास मिट्टी और कटीली झाड़ियां थीं। बच्ची के रोने की आवाज सुनाई देने पर आस-पास काम कर रहे किसान दौड़कर मौके पर पहुंचे तो नवजात बच्ची को सड़क किनारे मिट्टी में सनी देख पुलिस को सूचना दी गई पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच नवजात बच्ची को धोरीमन्ना हॉस्पिटल में भर्ती करवाया, बाद में नवजात को बाड़मेर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया जहां नवजात बच्ची का इलाज जारी है। धोरीमन्ना थानाधिकारी सुखराम विश्नोई के मुताबिक नवजात बच्ची मिलने के बाद मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई। जांच में सामने आया कि उसी गांव की नाबालिग बच्ची नें नवजात बच्ची को जन्म दिया था इसमें नाबालिग मां और उसकी मां भी शामिल थी। पुलिस ने नाबालिग को संरक्षण में लेते हुए उसकी महिला मां को भी किया गिरफ्तार, पुलिस नाबालिग को गर्भवती बनाने वाले आरोपी की तलाश कर रही है। नाबालिग को इलाज के लिए गाड़ी में ले जाने वाले ड्राइवर भागीरथ को सरकारी गवाह बना दिया।
*किराए की गाड़ी में सांचौर डिलीवरी करवाने जा रहे थे*
पुलिस की जांच में सामने आया कि नाबालिग बच्ची की बचपन में शादी हो रखी थी जो मुकलावा नहीं होने की वजह से अपने पीहर में 9 माह से गर्भ में थी। नाबालिग के पेट दर्द होने पर किराए पर वाहन से सांचौर के लिए रवाना होने के दौरान मेगवालों की बस्ती स्कूल के पास किसी बहाने से मां व गर्भवती नाबालिग दोनों नीचे उतरे और वहीं पर डिलीवरी हो जाने पर नवजात बच्ची को सड़क किनारे फेंककर वापस गाड़ी बैठ गए। ड्राइवर को इस मामले का पता हीं नहीं चलने दिया। सांचौर पहुंचने पर ड्राइवर को 2 हजार रुपए किराया देकर रवाना कर दिया।
एएनएम की भूमिका संदिग्ध
स्थानीय लोगों का कहना है कि नवजात बच्ची की डिलीवारी करवाने में एक स्थानीय एएनएम की भूमिका भी संदिग्ध है। बताया जा रहा है कि एएनएम ने पेट दर्द होने पर दवाई दी थी,ड्राइवर से पुलिस पूछताछ में जिंदा नवजात को फेंकने का खुलासा हो गया है।
पुलिस ने नाबालिग बच्ची का करवाया डीएनए टेस्ट
धोरीमन्ना थानाधिकारी सुखराम विश्नोई ने बताया कि नाबालिग बच्ची का डीएनए टेस्ट करवा लिया भाग है नवजात का भी डीएनए टेस्ट करवाया जाएगा, पुलिस नाबालिग को गर्भवती करने वाले आरोपी की तलाश कर रही है।